Indira Rasoi Yojana Rajasthan: प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार द्वारा “कोई भूखा ना सोए” के सकल्प के साथ 22 जून 2020 को प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर इंदिरा रसोई योजना (Indira Kitchen Scheme) को शुरू करने की घोषणा की थी। जिसे राज्य की श्री अशोक गहलोत सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी जी की जयंती पर 20 अगस्त 2020 को औपचारिक रूप से शुरू कर दिया गया है ।
इस योजना के तहत राजस्थान के शहरी इलाकों में दोनों समय का खाना जरुरतमन्द लोगों को रियायती दरों में राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध करवाया प्च्रिक्जा रहा है । यह इंदिरा रसोई योजना पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे की बीजेपी सरकार द्वारा शुरू की गई अन्नपूर्णा रसोई योजना से अलग बताया जा रहा है। इस सरकारी योजना के लिए राज्य सरकार द्वारा सालाना 100 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान किया गया है।
Table of Contents
Indira Rasoi Yojana 2020 Highlights in Hindi
योजना का नाम | इंदिरा रसोई योजना |
पुराना नाम | अन्नपूर्णा रसोई योजना |
के द्वारा शुरू की गई | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा |
संकल्प | “कोई भूखा ना सोए” |
उद्देश्य | कम कीमत पर शुद्ध एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाना |
राज्य | राजस्थान |
प्रति व्यक्ति की थाली की कीमत | मात्र 8 रूपये |
योजना की घोषणा | 22 जून 2020 |
इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत कब की गई | पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी जी की जयंती पर 20 अगस्त 2020 को |
सालाना बजट (राशि ) | 100 करोड़ रूपये |
क्या है इंदिरा रसोई योजना का उद्देश्य
इस Indira Rasoi Yojana का मुख्य उद्देश राजस्थान प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों को दोनों समय का शुद्ध और पौष्टिक नाश्ता और खाना रियायती दरो में उपल्बध करवाना है ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोये।
योजना प्रारूप
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने 22 जून 2020 को अपने निवास स्थान से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से Covid -19 जागरूकता अभियान के लिए एक राज्य-स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। इसी बैठक में उन्होंने इंदिरा रसोई स्कीम को राजस्थान में शुरू करने की घोषणा की थी। योजना की विस्तृत रूपरेखा सरकार द्वारा तैयार कर इसे प्रदेश में आधिकारिक रूप से लागू कर दिया गया है ।
Indira Rasoi Yojana की मुख्य बातें
- ’कोई भूखा ना सोए’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए गहलोत सरकार प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में इंदिरा रसोई योजना की शुरूआत की जा चुकी है।
- इस योजना के तहत प्रदेश में जरूरतमंद लोगों को दो समय का शुद्ध पौष्टिक भोजन रियायती दर से उपलब्ध कराया जाएगा।
- प्रति व्यक्ति के भोजन बनाने में 20 रूपए का खर्च आएगा, जिसमे से 12 रूपए का भार राज्य सरकार वहन करेगी । जबकि बाकी के 8 रूपए भोजन करने वाले व्यक्ति से वसूला जाएगा।
- राज्य सरकार द्वारा जारी घोषणा के मुताबिक योजना पर सालाना 100 करोड़ रूपये का खर्च किया जाएगा ।
- इस योजना के अंतर्गत लोगों को खाना खिलाने के लिए वैन, गाड़ी के स्थान पर स्थाई दूकान की व्यवस्था की जायेगी ।
- जरुरतमन्द लोगों को भोजन व्यवस्था मुहैया करवाने के लिए सरकार द्वारा किसी एक फर्म को टैंडर ना देकर प्रदेश में चल रहे विभिन्न NGO की मदद पर विचार किया जा रहा है।
इंदिरा रसोई योजना के लाभ
इस योजना को शुरू करने से राज्य के गरीब और जरुरतमन्द लोगों को कम कीतम पर शुद्ध एवं पौष्टिक भोजन मिल सकेगा. इसके अलावा इस स्कीम को शुरू करने के उपरान्त होने वाले अन्य महत्वपूर्ण बेनिफिट्स निम्नलिखित रूप से है .
Benefits Of Indira Rasoi Yojana Rajasthan:
- योजना के माध्यम से राज्य के जरुरतमन्द एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सस्ते दामों पर शुद्ध एवं पौष्टिक भोजन मिल जाएगा।
- भोजन करने वाले व्यक्ति एक समय की थाली के लिए मात्र 8 रूपए खर्च करने पड़ेंगे
- इस योजना के अंतर्गत प्रति व्यक्ति थाली पर 20 रूपए का खर्च आएगा जिसमें से 12 रूपए राज्य सरकार द्वारा वहन किये जायेगे।
- ऐसे लोग जो दिन में बहुत कम कमा पाते है उन्हें भी केवल 16 रूपये में दोनों समय का खाना मिल पाएगा
- प्रदेश में ऐसे गरीब व्यक्ति जो भोजन ना मिल पाने की वजह से मौत का शिकार हो जाते है अब इस योजना के उपरान्त ऐसी मौतों पर अंकुश लगेगा।
राजस्थान में इंदिरा रसोई योजना के भोजन का समय
भोजन का समय सुबह 8:30 बजे से लेकर दोपहर 1:00 बजे तक होगा और शाम के भोजन का समय शाम 5:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक होगा। शुरुआत में हर निगम क्षेत्र में 300 लोगों को और नगर परिषद और पालिका क्षेत्र में 150 लोगों को सुबह-शाम खाना खिलाया जाएगा।
इंदिरा रसोई योजना से सम्बंधित महत्वपूर्ण सवाल -जवाब
इस योजना की शुरुआत राजस्थान राज्य सरकार की गई है।
इस योजना को प्रदेश की गहलोत सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी जी की जयंती पर 20 अगस्त 2020 की गई ।
इस योजना में प्रति व्यक्ति की थाली पर औसतन 20 रूपए खर्चा आएगा, जिसमें से 12 रूपए राज्य सरकार द्वारा वहन किये जायेंगे , बाकी बची हुई 8 रूपए की राशि भोजन करने वाले व्यक्ति से लिए जाएंगे।
पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के द्वारा शुरू की गई अन्नपूर्णा रसोई योजना को प्रदेश में बंद करके अब इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत की गई है ।
निष्कर्ष:
देश में फैले कोरोना महामारी के चलते Indira Rasoi Yojana से राजस्थान के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को 2 वक्त का पोष्टिक खाना कम कीमत में उपलब्ध हो सकेगा, योजना के शुरू होने से अब प्रदेश में किसी को भूखा नही सोना पड़ेगा।
में इस योजना में खाना बनाने के लिए इछुक व्यक्ति हु