भारत बंद: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा हाल ही में किसानों (farmers) से जुड़े तीन कृषि विधेयकों को संसद में पास किया था , इन तीनों कृषि बिलों के विरोध में किसानों द्वारा देश के विभिन्न राज्यों खासकर पंजाब और हरियाणा में किसान आंदोलन और हड़ताल की जा रही है, ये तीन कृषि बिल क्रमशः (1) एसेंशियल एक्ट 1955 में बदलाव (2) कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग / अनुबंध खेती (3) कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश, 2020 है ।
मोदी सरकार द्वारा पारित किये गये इन तीनों कृषि बिलों को विभिन्न किसान संगठनों और कुछ राजनितिक दलों द्वारा किसान विरोधी बतलाया जा रहा है, किसान चाहते है की सरकार इन बिलों को वापस ले और इन्ही कारणों के चलते आज 25 सितंबर को किसानों द्वारा देशव्यापी हड़ताल (Bharat Bandh) भारत बंद का आह्वान किया है जिसमे राजस्थान , पंजाब, हरियाणा, यूपी और महाराष्ट्र सहित अनेक राज्य इस आंदोलन का हिस्सा बनने जा रहे है ।
दूसरी ओर पंजाब में सरकार द्वारा पारित किये गये कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों सबसे ज्यादा आक्रोश देखने को मिल रहा है, पंजाब में किसानों द्वारा तीन दिवसीय रेल रोको आंदोलन भी चलाया जा रहा है। यह आंदोलन 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक चलेगा। इस आंदोलन के चलते फिरोजपुर रेल संभाग द्वारा विशेष ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया है। किसान ने रेलवे ट्रेकों को पूरी तरह से रोक रखा है।
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कृषि विधेयक 2020 में क्या-क्या है ? आइये संक्षिप्त में जाने
1. कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अध्यादेश, 2020:
यह अध्यादेश राज्यों के कृषि उत्पाद मार्केट कानूनों (राज्य APMC Act) के अंतर्गत अधिसूचित बाजारों के बाहर किसानों की उपज के फ्री व्यापार की सुविधा देता है. किसान अपनी फसल की उपज कहीं भी बेच सकेंगे। जिसे उन्हें फसलों के बेहतर दाम मिल सकेंगे, इससे ऑनलाइन बिक्री (खरीद-फरोख्द) भी होगी।
2. मूल्य आश्वासन तथा कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता अध्यादेश: इसके तहत किसान अपनी खेती भूमि का अनुबंध (कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग) किसी कंपनी या व्यक्ति के साथ कर सकेगा। किसान सीधे तौर पर कारोबारियों और निर्यातकों के साथ जुड़ सकेंगे , कृषि कार्यों की अनिश्चितता का जोखिम सीधा किसानों पर नही पड़ेगा और कृषि कार्यों में आधुनिक तकनीक को भी बढ़ावा मिलेगा जिससे किसान का उत्पाद और आय बढ़ेगी ।
3. एसेंशियल एक्ट 1955 में बदलाव / आवश्यक वस्तु (संशोधन) : इस अध्यादेश के तहत सरकार द्वारा अब अनाज, दलहन, खाद्य तेल, आलू और प्याज को अनिवार्य वस्तुओं की सूची (लिस्ट) से हटा दिया गया है। यानी अब किसान और व्यापारी इन उत्पादों का भंडारण कर सकेंगे । इसका एक फायदा यह भी होगा की इससे कृषि सेक्टर में विदेशी निवेशकों की भी आकर्षित किया जा सकेगा ।
क्यों हो रहा है इस कृषि बिल का विरोध ?
देशभर में अनेक किसान संगठनों और कांग्रेस सहित कुछ अन्य राजनीतिक दलों द्वारा केंद्र सरकार इन कृषि अध्यादेशों का पुरजोर विरोध किया जा रहा हो और इस विरोध के पीछे जो इन दलों और किसानों द्वारा प्रमुख दलीले दी जा रही है वो निम्न्लिखिर प्रकार से है।
- इससे देश में चल रही अनाज मंडियां खत्म हो जायेगी जिससे किसानों को एमएसपी (MSP) यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा।
- मंडी व्यवस्था के खत्म से निजी कारोबारियों या बाहरी कंपनियों की मनमानी बढ़ जाएगी, जिससे किसानों का शोषण होने लगेगा।
- कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के तहत किसानों की जमीन या खेती पर प्राइवेट कंपनियों का अधिकार हो जाएगा और किसान इन कंपनियों के आगे मजबूर इनका बंधुआ मजदूर बनकर रह जाएगा।
- अनाज, दलहन, खाद्य तेल, आलू और प्याज को अनिवार्य वस्तुओं की सूची से हटाने के बाद बड़े कारोबारी और बड़ी कम्पनियां इन फसलों का भंडारण (स्टोरेज) कर लेगी जिससे कालाबाजारी बढ़ेगी और उसका लाभ बड़े कारोबारी उठाएंगे।
- वन नेशन वन एमएसपी होना चाहिए।
आज भारत बंद है या नहीं?
भारतीय किसान यूनियन और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर आज देशव्यापी हड़ताल की जा रही है जिसका असर देश के अनेक राज्यों जिनमें प्रमुख रूप से पंजाब ,हरियाणा, राजस्थान में देखने को मिल सकता है । इन किसान संगठनों द्वरा आज पुरे देश में चक्का जाम किया जा रहा है .विभिन्न राज्यों की अधिकांश अनाज (कृषि जीन्स) मंडियों में फसलों की खरीद-फरोख्द बंद रहेगी।
किसानों द्वारा आज देशभर में की जा रही हड़ताल के चलते पुलिस और प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार है। ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय / हिंसक घटना को रोका जा सके ।
सोशल मिडिया पर प्रतिकिरिया
किसानों से जुड़े कृषि विधेयकों के विरोध में लोग सोशल मिडिया के जरिये भी अपने -अपने विचार व्यक्त करने में लगे हुए है यहाँ कुछ लो इन बिलों के सपोर्ट में सरकार के साथ खड़े नजर आ रहे है तो कुछ लोग इनके विरोध में सरकार की आलोचना कर रहे है . ट्विटर पर खबर लिखे जाने तक #BharatBandh नंबर 1 पर ट्रेंड करता दिखाई दिया . इसके अलावा #भारत_बंद #25सितम्बर_भारतबंद #भारत_बंद_होगा #आज_भारत_बंद_है #IStandWithIndianFarmers , Jai Jawan Jai Kisan और #भारत_बंद_नही_होगा जैसे Hashtags ट्रेंड करते नज़र आ रहे है .